बंधुआ मजदूर नहीं तो काहे का आन्दोलन
मनरेगा की सफलता को लेकर भारत सरकार की ओर से आज विज्ञापन छपा है, जिसमें कहा गया 'अब कोई बंधुआ मजदूर नहीं।' ऐसे में सवाल यह है कि स्वामी अग्निवेश का 'बंधुआ मुक्ति मोर्चा' और कैलाश सत्यार्थी के 'बचपन बचाओ आन्दोलन' समेत देश भर के तमाम दूसरे संगठन किन बंधुआ और बाल बंधुआ मजदूरों की मुक्ति की खबरें मीडिया को भेजते रहते हैं। अगर सरकार का यह दावा तथ्यहीन है तो सामाजिक संगठनों को इस भ्रामक प्रचार पर सख्त ऐतराज करना चाहिए...
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