प्रेमचंद का गांव भी वाराणसी में है, पीएम जी… – रवीश कुमार, प्राइम टाइम और लमही
विसगतियां इतिहास को रेखांकित भी करती हैं, उसे गढ़ती भी हैं और उसकी अहमियत को भी समझाती हैं। विसंगतियां समझाती हैं कि जो हमारे पास बचा है, उसमें इतिहास का क्या योगदान है, उसको इतिहास ने कैसे बनाया और बिगाड़ा है, उसको कितना और कैसे सही करना है…विसंगतियां बताती हैं कि इतिहास ने जितना अन्याय हमारे साथ किया है, हमने भी उसके साथ उतना ही अन्याय किया है और कई बार उससे भी ज़्यादा…
ये 29 अप्रैल 2014 को एनडीटीवी इंडिया पर रवीश कुमार की प्राइम टाइम रिपोर्ट का एपीसोड है, जिसमें वह लोकसभा चुनाव के दौरान मुंशी प्रेमचंद के गांव का दौरा कर रहे हैं, और देश-काल-परिस्थिति के अलग-अलग कालखंडों के साथ प्रेमचंद के एक ऐसे दीवाने को भी देख रहे हैं…जो उनकी बात करता है…निर्मला की बात करता है…गोदान की बात करता है…नमक का दारोगा की बात करता है…हामिद की बात करता है…और फिर हमारे समय में चारों ओर घूम रहे, इन कहानियों के असली किरदारों को देख कर रो पड़ता है…मिलिए प्रेमचंद से…उनके गांव लमही से…आंसू पोंछते दुबे जी से…और शुक्रिया कहिए हमारे समय की रोशनियों में से एक रवीश कुमार को…
स्रोत – साभार एनडीटीवी इंडिया का यूट्यूब चैनल और वेबसाइट –
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