Sunday, March 17, 2013

माओवादी होने के आरोप में चंडीगढ़ से मंदीप गिरफ्तार

माओवादी होने के आरोप में चंडीगढ़ से मंदीप गिरफ्तार


यह पहला मौका नहीं है जब आंध्र प्रदेश पुलिस ने गैर क़ानूनी तरीके से दुसरे राज्य में जाकर इस तरह का कारनामा किया हो. राजनीतिक कार्यकर्ताओं को अगवा कर अवैध हिरासत में प्रताड़ित करना और झूठी मुठभेड़ में हत्या करने के मामले में आंध्र पुलिस कुख्यात है...

जनज्वार. हरियाणा में सक्रिय जागरूक छात्र मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंदीप सिंह को आंध्र प्रदेश पुलिस ने माओवादी होने के आरोप में 9 मार्च को चंडीगढ़ से अगवा कर लिया. अगवा करने के 6 दिनों तक अवैध हिरासत में यातनाएं देने के बाद कल आंध्र प्रदेश पुलिस ने गिरफ़्तारी की पुष्टि की. मंदीप सिंह को 16 मार्च को कोर्ट में पेश किया गया और अगली सुनवाई की तारीख कल यानी 18 मार्च को है. मामले की maoist-india-conffrenceसुनवाई आदिलाबाद जिला न्यायालय में होगी.

आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा 9 मार्च को चंडीगढ़ से उठाये मंदीप पर 'पब्लिक सिक्युरिटी एक्ट' के तहत करवाई हुई है. यमुनानगर के रहने वाले मंदीप सिंह के पिता और पेशे से वकील बलबीर सिंह ने बताया कि 'मंदीप पर कारवाई पब्लिक सिक्युरिटी एक्ट के सेक्शन 8 के तहत की गयी है.' गौरतलब है कि यह एक्ट उन लोगों पर लगता है, जिनपर पुलिस माओवादी होने या माओवादी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाती है. मंदीप की गिरफ्तारी आंध्र प्रदेश के महबूबनगर जिले के एक पुराने मामले में हुई है. 

हालाँकि यह पहला मौका नहीं है जब आंध्र प्रदेश पुलिस ने गैर क़ानूनी तरीके से दुसरे राज्य में जाकर इस तरह का कारनामा किया हो. राजनीतिक कार्यकर्ताओं को अगवा कर अवैध हिरासत में प्रताड़ित करना और झूठी मुठभेड़ में हत्या करने के मामले में आंध्र पुलिस कुख्यात है. 

वर्ष 2010 में 1 जुलाई को आंध्र पुलिस ने महारष्ट्र पुलिस को सूचित किए बगैर नागपुर से हेमचन्द्र पाण्डेय और माओवादी नेता आजाद को अगवा कर हिरासत में गोली माँरकर उनकी हत्या कर दी थी. बाद में इन दोनों की लाश आंध्र के जंगलो में फेंक कर मुठभेड़ की झूठी कहानी बनाकर वाहवाही लुटी थी. इसके आलावा पीयूसीएल सदस्य सीमा आजाद और राजनीतिक कार्यकर्त्ता विश्वविजय की इलाहाबाद से गिरफ्तारी भी आंध्र पुलिस ने ही अवैध तरीके से की थी.

http://www.janjwar.com/2011-05-27-09-00-20/25-politics/3804-maovadi-hone-ke-arop-men-mandeep-singh-chandigarh-men-giraftar

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