Tuesday, November 16, 2010

Fwd: pl. read..रेप को बना डाला पोर्न! क्या यही है इंटरनेट पत्रकारिता? on www.mediamorcha.co.in



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From: mediamorcha mediamorcha <mediamorcha@gmail.com>
Date: 2010/11/15
Subject: pl. read..रेप को बना डाला पोर्न! क्या यही है इंटरनेट पत्रकारिता? on www.mediamorcha.co.in
To: AIR sanju3feb@gmail.com



sted on November 15 2010 Read more...

रेप को बना डाला पोर्न! क्या यही है इंटरनेट पत्रकारिता?

रेप को बना डाला पोर्न! क्या यही है इंटरनेट पत्रकारिता? अजय मोहन / मैंने जब इंटरनेट पत्रकारिता में कदम रखा तो पता चला कि दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने बड़े-बड़े फिल्टिर लगाकर सेक्सग, पोर्न, न्यूड फोटो, आदि पर नियंत्रण कसा, लेकिन आज यही गूगल अपनी न्यूहज साइट गूगल समाचार पर ऐसे कंटेंट को प्राथमिकता दे रहा है। जिनमें जितनी अधिक अश्लीकल तस्वीदरें ...
Posted on November 14 2010 Read more...

A PEN AGAINST DICTATORSHIP

A PEN AGAINST DICTATORSHIP (cartoon-courtsy by pawan) Ruminarayan / An aura of hope mingles with the air and gives a new way of life. Not only does it revitalizes us but surpasses an opportunity to realize and understand the ethos and ethics of human life. A beautiful mind not only thinks but let others to think too. A pen can ...
Posted on November 10 2010 Read more...

उर्दू पत्रकारिता का प्रारंभिक विकास और चुनौती

उर्दू पत्रकारिता का प्रारंभिक विकास और चुनौती अर्चना / आजादी के बाद भारतीय समाचार जगत में क्रांतिकारी बदलाव आया। इस दौरान तकनीकी क्षेत्र में नए-नए प्रयोग हुए और उसका असर मीडिया के बाजार पर भी पड़ा। लेकिन आज से करीब डेढ़-दो सौ साल पहले समाचार पत्रों के प्रकाषन और संपादन पर विचार करें तो लगता है कि कैसे संभव हुआ होगा। भारत ...
Posted on November 8 2010 Read more...

मीडिया के लिए अप्रासंगिक हो रहा विचार

मीडिया के लिए अप्रासंगिक हो रहा विचार शषि भूषण लाल / पत्रकारिता और मीडिया में विचार के लिए कितना स्थान बच गया है ? माना जाता है कि समाचार पत्रों व चैनलों में तीन चीजें होती हैं, समाचार, विचार और मनोरंजन। इन्हीं के लिए पाठक या श्रोता कीमत भुगतान करता है। यह अलग बात है कि मीडिया में आय का वास्तविक स्रोत ...
Posted on November 6 2010 Read more...

मीडिया में नई पौध को अवसर मिले

मीडिया में नई पौध को अवसर मिले संजय कुमार / जनसंचार शब्द से आज कोई अछूता नहीं है। खासकर जब 1780 में हिक्की ने भारत में जनसंचार के माध्यम समाचार पत्र की शुरुआत कर क्रांति का बीज जो डाला था, वह छोटा सा वृक्ष आज विशाल बरगद बन चुका है। संवाद को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने के लिए जिन ...
Posted on November 3 2010 Read more...

लोकसभा प्रेस सलाहकार समिति गठित

लोकसभा  प्रेस  सलाहकार समिति गठित नई दिल्ली/ खबर/ लोकसभा प्रेस सलाहकार समिति का अध्यक्ष मलयालम मनोरमा के पत्रकार एस.सचिचदानंद मूर्ति को बनाया गया है। जबकि द टेलीग्राफ के मानिकी चटर्जी को उपाध्यक्ष बनाया । साथ ही 27 पत्रकारों को समिति का सदस्या बनाया गया है। एन.डी.टी.वी. के विजय त्रिवेदी को सचिव और दैनिक हिन्दुस्तान के उमाकांत लखेड़ा ...
Posted on November 1 2010 Read more...

मीडिया की आचार संहिता बनाएगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय

मीडिया की आचार संहिता बनाएगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल की महापरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले- डा. नंदकिशोर त्रिखा, प्रो. देवेश किशोर, रामजी त्रिपाठी और आशीष जोशी बने प्रोफेसर भोपाल । माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल की पिछले दिनों सम्पन्न महापरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। महापरिषद के अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ...
Posted on November 1 2010 Read more...

बिहार में विकास का सच और मीडिया

बिहार में विकास का सच और मीडिया राजीव कुमार / बिहार के विभिन्न हिस्सों में जहरीली शराब से एक के बाद एक अंतहीन मौत देखी जा रही है। जहरीली शराब से मौत से ज्यादा चिन्ताजनक स्थिति मीडिया में इस गंभीर विषय की बेहद हल्की रिर्पोटिंग की है । राज्य सरकार ने राजस्व वसूली के विचार से नयी आबकारी नीति लागू ...
Posted on October 24 2010 Read more...

रचना शिविर का आयोजन होगा मुक्तिबोध की कर्मस्थली में – प्रविष्टियाँ आमंत्रित

रचना शिविर का आयोजन होगा मुक्तिबोध की कर्मस्थली में – प्रविष्टियाँ आमंत्रित रायपुर / खबर । रचनाकारों की संस्था, प्रमोद वर्मा स्मृति संस्थान, रायपुर, छत्तीसगढ़ द्वारा देश के उभरते हुए कवियों/लेखकों/निबंधकारों/कथाकारों/लघुकथाकारों/ब्लॉगरों को देश के विशिष्ट और वरिष्ठ रचनाकारों द्वारा साहित्य के मूलभूत सिद्धातों, विधागत विशेषताओं, परंपरा, विकास और समकालीन प्रवृत्तियों से परिचित कराने, उनमें संवेदना और अभिव्यक्ति कौशल को विकसित करने, प्रजातांत्रिक और शाश्वत जीवन मूल्यों के ...
Posted on October 20 2010 Read more...

नई तस्वीर————————–

नई तस्वीर————————– रंजन जैदी / सब तरफ विभिन्न वेबसाईट्स प़र इन दिनों बड़े ही सुनियोजित ढंग से भारतीय मुसलमानों के खिलाफ मोर्चा सा खोल दिया गया है. मेरे बेटे ने मुझसे सवाल किया कि पापा, मेरे अधिकतर दोस्त नान-मुस्लिम हैं और वह पूछते हैं कि इस कंट्री में हिन्दू-मुस्लिम-दुश्मनी के आलावा फंडामेंटलिस्ट कुछ और ...


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Palash Biswas
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