Afroz Alam Sahil
गलियों के आवारा बेकार कुत्ते
कि बख्शा गया जिनको जौक-ए-गदाई
ज़माने की फटकार सरमाया इनका
जहां भर की दुत्कार इनकी कमाई...
रात के तकरीबन एक बजे, निजामुद्दीन दरगाह के करीब...
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