Saturday, June 8, 2013

शराब माफियाओं ने ली संगीता की जान

शराब माफियाओं ने ली संगीता की जान

no-alcoholबागेश्वर में शराब विरोधी आंदोलन चलाने पर एक महिला को अवैध शराब का धंधा करने वालों द्वारा इतनी बुरी तरह से प्रताड़ना दी गई कि उसकी मौत हो गई। महिला जागरूक आशा कार्यकर्ती थी। मृतका के पति की तहरीर पर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अवैध शराब के धंधेबाजों की इस तरह के कृत्य से हर कोई हैरत में है।

बागेश्वर से सटे मंडलसेरा के बानरी गाँव में अवैध शराब से जब काफी अशांति होने लगी तो कुछ जागरूक महिलाओं ने एक समूह बना इसकी शिकायत एसडीएम से की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ दिनों बाद नए जिलाधिकारी भूपाल सिंह मनराल के आने पर महिलाओं ने उन्हें भी अपना दुःख-दर्द बताया। अखबारों में महिलाओं द्वारा डीएम का घेराव की खबरें छपने के बाद पुलिस ने उस क्षेत्र के दो लोगों का शराब में चालान काट अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। डीएम को ज्ञापन देने के बाद से अवैध शराब के धंधेबाजों ने संगीता को हर तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

संगीता की मौत के बाद कई बातें अब धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। मसलन घटना के दिन संगीता की सास गाँव में ही एक शादी में सरीक होने गई थी और पति प्रिन्टिंग प्रेस में अपनी ड्यूटी में था। घर में संगीता अकेली थी कि शराब के धंधेबाज घर में घुस आए और संगीता के साथ गाली-गलौज के साथ ही मारपीट करने लगे। संगीता ने विरोध करने के साथ ही अपने जेठ को फोन से इसकी जानकारी भी दी। लेकिन तब तक उसे जबरदस्ती जहर पिला कर वो भाग गए। परिजन व पड़ोसी संगीता को तुरंत अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने उसे बचाने की बहुत कोशिश भी की लेकिन वो बच नहीं सकी। डाक्टरों के मुताबिक उसे जहर के बाद पानी पिलाया गया था जिससे जहर फैल गया। उसके शरीर में काफी चोटों के निशान भी थे।

पति ने गाँव के पूरन सिंह, मदन सिंह, धनुली देवी तथा पूरन सिंह के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। दो दिन बाद पुलिस ने तीन अभिुयुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहाँ से उन्हें चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

शराब के धंधेबाजों की गुंडई से सभी स्तब्ध हैं। एक्टू के जगत मर्तोलिया ने इस घटना को हत्या करार देते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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