Saturday, 23 June 2012 16:34 |
नयी दिल्ली, 23 जून (एजेंसी) माकपा ने आज युवा नेता प्रसेनजित बोस को पार्टी से यह कहते हुए निष्कासित कर दिया कि उन्होंने पार्टी के राजनैतिक रुख को धूमिल करने की कोशिश की थी। प्रसेनजित ने राष्ट्रपति पद के लिए प्रणव मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बोस ने पत्र में कहा, ''मैं प्रणव मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करने के पोलित ब्यूरो के फैसले का विरोध करता हूं। मैं इसे गंभीर गलती मानता हूं जो पार्टी को नुकसान पहुंचाएगा और वाम एकता को प्रभावित करेगा।'' बोस ने पत्र में पार्टी नेतृत्व पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने साल 2007 के बाद से एक के बाद एक गलतियां की हैं। उन्होंने बंगाल में 'जबरन' भूमि अधिग्रहण, नंदीग्राम पुलिस गोलीबारी और संप्रग सरकार को भारत अमेरिका परमाणु करार के साथ आईएईए के पास जाने की अनुमति देने का उल्लेख पार्टी नेतृत्व द्वारा की गई गलतियों के तौर पर किया। पार्टी महासचिव प्रकाश करात पर वस्तुत: हमला करते हुए उन्होंंने यह भी कहा कि 2009 में गैर कांग्रेसी धर्मनिरपेक्ष सरकार का आह्वान करने और उसके बाद उचित जवाबदेही तय किए बिना पार्टी सम्मेलनों में लापरवाह तरीके से उन्हें स्वीकार करना और उसके बाद सुधार करना गलती थी।
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Saturday, June 23, 2012
माकपा ने प्रसेनजित बोस को निष्कासित किया
माकपा ने प्रसेनजित बोस को निष्कासित किया
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